अर्थशास्त्र क्या है और इसके प्रकार ||
hello friends आज हम बात करेंगे --------
अर्थशास्त्र क्या है और इसके प्रकार
अर्थशास्त्र क्या है
अर्थशास्त्र या इकोनॉमिक्स सामाजिक विज्ञान की एक शाखा है. जिसके अन्तर्गत हम लोग वस्तुओं के उत्पादन, वितरण, विनिमय और उपभोग का अध्ययन करते है. अर्थात अर्थशास्त्र का शाब्दिक अर्थ धन का शास्त्र यानी की धन के अध्ययन के शास्त्र को अर्थशास्त्र कहते हैं. अर्थशास्त्र के सिद्धांतों को दो भागों में विभाजित किया गया है.
1 व्यष्टि अर्थशास्त्र (कीमत सिद्धांत)
2 समष्टि अर्थशास्त्र (आय सिद्धांत)
अर्थशास्त्र के पिता
एडम स्मिथ को अर्थशास्त्र का पिता कहा जाता है. उन्होंने एक पुस्तक लिखी थी wealth of nations जिसमे दुनिया के सभी देशो के सम्पत्ति के बारे में बात की गयी है. एडम स्मिथ Scot land के रहने वाले थे.
अर्थशास्त्र के प्रकार – Types of Economics in Hindi
तो जैसा कि हमने आपको पहले ही बता दिया है. कि अर्थशास्त्र को दो भागों में बांटा गया है. जिनका नीचे विस्तार किया गया है. आप उन्हें पढ़ सकते हैं और अर्थशास्त्र के बारे में जान सकते हैं.
व्यष्टि अर्थशास्त्र (Micro Economics)
समष्टि अर्थशास्त्र (Macro Economics)
व्यष्टि अर्थशास्त्र – Micro Economics in Hindi
व्यष्टि अर्थशास्त्र का पिता Ragnar Frisch को कहा जाता है. Micro Economics के अन्तर्गत हम बहुत छोटे स्तर पर बात करते हैं. इसे इस तरह याद रखयेगा मोबाइल में micro sd card होता है. मतलब वो पहले से भी छोटा कर दिया गया है. अर्थात व्यष्टि मतलब छोटा है. व्यष्टि अर्थशास्त्र के कुछ उदहारण है-
प्रति व्यक्ति आय (per capitaincome)
मांग एवम् आपूर्ति (demand and supply)
राजस्व (revenue)
उपयोगिता (utility)
कीमत सिद्धान्त (price theory)
मांग सिद्धान्त (demand theory)
समष्टि अर्थशास्त्र – Macro Economics in Hindi
समष्टि अर्थशास्त्र का पिता John keynes को कहा जाता है इसके अन्तर्गत हम बहुत बड़े स्तर पर बात करते हैं. यह व्यष्टि का विपरीत है. Macro Economics अर्थशास्त्र की वह शाखा है. जो कुल पदों के व्यवहार और प्रदर्शन पर ध्यान को केंद्रित करती है और कुल पदों के व्यवहार और प्रदर्शन को पूरे अर्थव्यवस्था में प्रभावित करती हैं. समष्टि अर्थशास्त्र के कुछ उदहारण-
राष्ट्रीय आय (National income)
योजना (planning)
कर (tax)
बजट (budget)
बैंकिंग (banking)
अगर हम केवल एक व्यक्ति की आय के बारे में आकलन रहे हैं. तो हम बहुत छोटे स्तर पर बात कर रहे हैं. अतः यह Micro Economic का part होगा. लेकिन जब पुरे देश की आय अर्थात राष्ट्रीय आय का आकलन कर रहे हैं तो व्यापक स्तर हो गया. अतः यह Macro Economic का भाग होगा
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अर्थव्यवस्था क्या है – What is Economy in Hindi
अर्थव्यवस्था (Economy) वह सरंचना है. जिसके अंतर्गत सभी आर्थिक गतिविधियां का संचालन होता है. उत्पादन उपभोग व निवेश अर्थव्यवस्था की आधारभतू गतिविधिया है. अर्थव्यवस्था की संस्थाएं मनुष्यकृत होती है. अत: इनका विकास भी मनुष्य जैसा चाहता है वैसा ही करता है.
अर्थव्यवस्था के क्षेत्र – Sectors of Economy in Hindi
केंद्रीय सांख्यिकी संगठन द्वारा अपनी राष्ट्रीय आय की पहली श्रृंखला में भारतीय अर्थव्यवस्था को 13 क्षेत्रों में विभाजित किया गया था. परंतु केंद्रीय सांख्यिकी संगठन ने अपने द्वितीय श्रृंखला जो 1966-67 में जारी की गई थी. उसमें भारतीय अर्थव्यवस्था को तीन क्षेत्रों में प्राथमिक, द्वितीयक और तृतीयक क्षेत्रों में विभाजित कर दिया.
अर्थव्यवस्था के क्षेत्रक
अर्थव्यवस्था
प्राथमिक क्षेत्रक
इस क्षेत्र में कृषि, वन क्षेत्र, मत्स्य क्षेत्र और खाने आदि प्राकृतिक संसाधन शामिल हैं. इनसे द्वितीयक क्षेत्र के लिए कच्चा माल मिलता है.
द्वितीयक क्षेत्र
इस क्षेत्र में प्राकृतिक उत्पादों के विनिर्माण प्रणाली के जरिए अन्य रूपों में परिवर्तित किया जाता है. जैसे गन्ने से चीनी बनाना और गुड़ का निर्माण करना. इसे औद्योगिक क्षेत्र भी कहा जाता है.
तृतीयक क्षेत्र
इस क्षेत्र में परिवहन, शिक्षा, होटल, भण्डारण, और संचार और सामुदायिक एवं व्यक्तिगत सेवाएं शामिल होती हैं. इसे सेवा क्षेत्रक भी कहते हैं
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